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सोमवार, जुलाई 7, 2025
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BALCO की अघोषित संयंत्र बंदी किसके इशारे पर और किसके द्वारा की जा रही? सीईओ निवास पहुंचकर यूनियन प्रतिनिधियों ने उठाया श्रमिक सुरक्षा का सवाल

कोरबा (पब्लिक फोरम)। बालको संयंत्र में कार्यरत श्रमिक संघों की प्रतिनिधियों ने आज 07 मई को देर शाम बालको के सीईओ की निवास स्थल पर पहुंचकर सीईओ से मुलाकात कर संयंत्र की ज्वलंत मुद्दों पर आवश्यक चर्चा करना चाहा लेकिन मुख्य कार्यकारी अधिकारी अपने निवास पर मौजूद नहीं थे और सीधी बात नहीं हो पाई।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री राजेश कुमार के नाम सुरक्षा अधिकारी को सौंपे ज्ञापन में बालको के श्रमिक संघों के पदाधिकारियों ने बालको प्रबंधन के द्वारा निर्मित अराजक स्थिति पर रोष व्यक्त करते हुए कहा है कि हम श्रमिक संगठनों को जानकारी मिल रही है कि बालको संयंत्र का प्रवेश द्वार विगत 05 मई से बंद है और संयंत्र में कार्यरत कर्मचारियों को संयंत्र के अंदर उनके कार्य स्थलों तक आने जाने नहीं दिया जा रहा है। आखिरकार यह बार-बार की संयंत्र बंदी किसके द्वारा और किसकी ताकत के बल पर करवाया जाता है इसकी विधिवत जानकारी हम श्रमिक संगठनों को भी दी जानी चाहिए।

बालको एक निरंतर चलने वाला एल्युमिनियम संयंत्र है और बालको के कर्मचारी संयंत्र हित में अपने कार्य स्थलों में अपने कार्य पर जाने को हमेशा तत्पर रहते हैं। लेकिन संयंत्र के प्रवेश द्वार जिसमें परसाभाठा एवं एलुमिना गेट प्रमुख रूप से शामिल है, के सामने बाहरी तत्वों के द्वारा लाठी डंडा लेकर खड़े होने एवं भया दोहन करने के कारण श्रमिक अपनी पालियों में, अपने काम पर आ-जा नहीं पा रहे हैं। यह किसकी जिम्मेदारी है?
संयंत्र, श्रमिक एवं जनहित के सवालों पर समय सीमा के अंतर्गत समाधान क्यों नहीं निकाला जाता? बालको के संयंत्र एवं सिस्टम को सुचारू रूप से चलाने सहयोग हेतु हमेशा तत्पर श्रमिक संगठनों के सुझाव, सहयोग एवं सकारात्मक पहल की बार-बार उपेक्षा क्यों की जा रही है?
बालको सीईओ के साथ ही जिला प्रशासन को भी आवश्यक कार्यवाही हेतु सूचित किए गए उक्त पत्र में श्रमिक यूनियनों ने बार-बार के ऐसी अघोषित, आकस्मिक एवं अराजक परिस्थितियों से जूझते हुए संयंत्र में कार्यरत कर्मचारियों को अपने पालियों में, अपने कार्यस्थल तक सुरक्षित आने जाने के लिए उचित सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कराने हेतु अनुरोध किया है।

इस संबंध में नगर निरीक्षक श्री सनत सोनवानी से भेंट कर प्रशासनिक हस्तक्षेप कर औद्योगिक शांति व्यवस्था बहाल कराने के लिए भी यूनियन प्रतिनिधियों ने पहल की है। उपरोक्त कार्यवाहियों में प्रमुख रूप से नेशनल एल्युमिनियम मजदूर संघ-इंटक, एल्यूमिनियम एंप्लाइज यूनियन-एटक, बालको कर्मचारी संघ-बीएमएस, मध्यप्रदेश एल्यूमिनियम मजदूर पंचायत-एचएमएस तथा अल्युमिनियम कामगार संघ-ऐक्टू आदि श्रमिक संगठनों के पदाधिकारियों ने संयंत्र, श्रमिक एवं जनहित के मुद्दों पर त्वरित समाधान की कार्यवाही हेतु अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है।

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