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मंगलवार, जुलाई 8, 2025
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वैलेंटाइन डे के दौरान संस्कृति रक्षा व नैतिक पुलिसिंग के नाम पर असामाजिक तत्वों द्वारा युवक-युवतियों के साथ की जा रही हिंसा के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग

ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन ‘आईसा’ ने पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन

दुर्ग (पब्लिक फोरम)। विगत कुछ वर्षों से कट्टरपंथी संगठनों से संबंध रखने वाले कुछ युवा वर्ग के असामाजिक तत्व धार्मिक-सांस्कृतिक रक्षण व नैतिक पुलिसिंग के नाम पर प्रेमी युगलों को प्रताड़ित करते आ रहे हैं। कभी कभी ये प्रताड़ना शारीरिक व मानसिक ना रह कर युगल की महिला पक्ष के साथ यौन हिंसा का रूप भी ले लेती है।

दो वयस्क जो एक दूसरे की मर्ज़ी से एक दूसरे के साथ हैं, सार्वजनिक स्थानों में साथ बैठ सकते हैं, साथ खा सकते हैं, साथ घूम सकते हैं, एक दूसरे का हाथ पकड़ सकते हैं और एक दूसरे को गले भी लगा सकते हैं जिसकी आज़ादी उन्हें संविधान देता है। पर ऐसे असामाजिक तत्वों द्वारा कानून का उल्लंघन करते हुए समाज में भय का माहौल पैदा करने की मंशा से इन वयस्क युगलों के स्वतंत्रता के अधिकार का हनन किया जाता है।

इसी अतिवादी मानसिकता के विरोध में ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन द्वारा श्री अभिषेक पल्लव, (IPS), पुलिस अधीक्षक, दुर्ग के नाम ज्ञापन सौंप कर, भारतीय दंड सहिंता की धारा 294 (अ) के अपवाद व अलग अलग मामलों में सुप्रीम कोर्ट द्वारा वयस्क युगलों के पक्ष में की गई सुनवाई को प्रकाश में लाया गया और उनसे व दुर्ग पुलिस प्रशासन से ऐसे मामलों इन असामाजिक तत्वों पर कठोर कार्यवाही की मांग की गई जिसके प्रतिउत्तर में महोदय द्वारा उपर्युक्त विषय पर ठोस कदम उठाने की मौखिक प्रतिबद्धता दी गई।

ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन ऐसे वयस्क युगलों को आश्वस्त करता है कि वैलंटाइन डे पर अपने प्रेमी अथवा प्रेमिका के साथ अपना समय बिता सकते हैं और उन्हें इसकी आज़ादी संविधान देता है।

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