शुक्रवार, जुलाई 26, 2024
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8 जून: उर्जाधानी भू-विस्थापित, किसानों व बेरोजगारों के आंदोलन को आदिनिवासी व ऐक्टू संगठनों ने दिया समर्थन.

कोरबा : एसईसीएल की तानाशाही और वादाखिलाफी के विरोध में। तथा अपनी जायज मागो और अधिकार को हासिल करने के लिए 8 जून 2021 को दीपका खदान में पूर्ण उत्पादन ठप्प करने का निर्णय लिया गया है इस आर पार की लड़ाई में आगे आकर आन्दोलन को सफल बनाने की अपील की है। इस आंदोलन को आदिनिवासी गण परिषद तथा ऑल इंडिया सेंटर कॉउन्सिल ऑफ ट्रेड यूनियंस ‘ऐक्टू’ जिला कोरबा ने समर्थन किया है।
मांगे :-

  1. परियोजना एवं एरिया स्तर पर पुनर्वास समिति का गठन किया जाये.
  2. सभी खातेदार को रोजगार चार गुना मुआवजा और बेहतर पुनर्वास की व्यवस्था किया जाए.
  3. प्रभावित परिवार के बेरोजगारों द्वारा बनाई गई सरकारी समितियों/फर्म/ कंपनी को ठेका कार्य (कोयला परिवहन, पानी छिड़काव, LMV हायरिंग, क्लीनिंग वर्क व अन्य) में 20%आरक्षण दो। स्थानीय बेरोजगारों को प्राथमिकता दिया जाए.
  4. लंबित रोजगार ,मुआवजा बसाहट के प्रकरणों का तत्काल निराकरण किया जाए.
  5. गांव का आशिंक जमीन अधिग्रहण पर रोक लगाई जाए.
  6. भूविस्थापित किसान परिवार के बच्चों को नि:शुल्क प्राथमिक-उच्च शिक्षा दिया जाए.
  7. जिला खनिज न्यास निधि का प्रभावित ग्रामों के शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर खर्च किया जाए.
  8. पूर्व में अधिग्रहित जमीन वास्तविक खातेदारों को वापस करो, नया अधिग्रहण कानून का पालन किया जाये.
  9. महिलाओं और युवाओं के लिए रोजगार सृजन ,कौशल उन्नयन की व्यवस्था करो और स्थानीय उद्योगों में नियोजित किया जाये.
  10. राजस्व मामला,फौती, नामन्तरण ,बटाकन, त्रुटीसुधार आदि समस्या का हर गाँव में शिविर आयोजित कर निवारण किया जाये इसके लिए एस ई सी एल समस्त खर्च का वहन करे.
    11 . एशिया में सबसे ज्यादा कोयला उत्पादन देने वाले कोरबा जिले में माइनिंग कालेज खोली जाए ।
    12 . भूविस्थापितो के लिए बसाहट स्थल को सर्वसुविधायुक्त कालोनी बनाया जाए तथा सबंधित संस्थान में निःशुल्क इलाज का प्रबंध किया जाए.
  11. मलगांव स्थित शिव मंदिर को बिना विधि विधान तोड़कर ग्रामीणों की धार्मिक आस्था को ठेस पहुचाने वाले अधिकारियों पर वैधानिक कार्यवाही किया जाए और तत्काल बसाहट स्थल एलाट कर मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा किया जाए । वहां के रोजगार, मुआवजा का भुगतान किया जाए.
  12. कोयला उत्खनन के नाम पर हैवी ब्लास्टिंग कर आमजनों की जानमाल को नुकसान पहुंचाना बन्द किया जाए.
  13. 15 . क्षेत्रीय इकाइयों द्वारा की गयी मांगों का निराकरण किया जाए.

उपरोक्त मांगो के समर्थन में उर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति ने 8 जून को आंदोलन स्थल में ठीक 9 बजे सुबह ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचकर आंदोलन को सफल बनाने में सहयोग की अपील की है।

 

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