बिलासपुर (पब्लिक फोरम)। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के महमंद पंचायत के लालखदान गांव में भाकपा (माले) के जिला कार्यालय में शहीद दरस राम साहू के 36वें शहादत दिवस पर 6 मई को श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शहीद की मूर्ति पर माल्यार्पण और एक मिनट का मौन रखकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सभा में उपस्थित लोगों ने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या पर गहरा दुख और तीव्र आक्रोश व्यक्त किया। इस जघन्य घटना में केंद्र सरकार की नागरिक सुरक्षा के प्रति उदासीनता और कुछ मीडिया संस्थानों द्वारा सांप्रदायिक माहौल को बढ़ावा देने की कोशिशों की कड़े शब्दों में निंदा की गई। मृतकों के परिजनों को न्याय और सुरक्षा प्रदान करने की मांग भी जोरदार ढंग से उठाई गई।
सभा का आयोजन भाकपा (माले) के रायपुर जिला सचिव और छत्तीसगढ़ किसान महासभा के संयोजक कॉमरेड नरोत्तम शर्मा की अध्यक्षता में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत शहीद दरस राम साहू की पत्नी और महमंद पंचायत की पूर्व सरपंच कॉमरेड सुशीला ने लाल झंडा फहराकर की। इस अवसर पर 20 वर्षों बाद नवनिर्वाचित पार्टी समर्थित सरपंच, पंचों, ग्रामीणों और भाकपा (माले) के कार्यकर्ताओं की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।
सभा को भाकपा (माले) के राज्य सचिव कॉमरेड बृजेंद्र तिवारी, सीपीआई के जिला सचिव कॉमरेड पवन शर्मा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभयनारायण राय, सरपंच प्रतिनिधि विक्की निर्मलकर, उप सरपंच मनोज सिंह ठाकुर, पूर्व सरपंच धरमलाल सूर्यवंशी और जितेंद्र रॉय सहित कई नेताओं ने संबोधित किया। वक्ताओं ने केंद्र और राज्य सरकारों की जनविरोधी नीतियों, मजदूर-किसानों के अधिकारों पर बढ़ते हमलों, महिला उत्पीड़न और सुरक्षा की कमी जैसे गंभीर मुद्दों पर चिंता जताई। उन्होंने फासीवादी ताकतों के खिलाफ मजदूरों, किसानों और मेहनतकश वर्ग की व्यापक एकजुटता के साथ निर्णायक संघर्ष का संकल्प दोहराया।
इसके साथ ही, सभी वक्ताओं ने केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच द्वारा आहूत 20 मई के राष्ट्रव्यापी हड़ताल का समर्थन किया। उन्होंने गांवों, कारखानों, स्कीम वर्कर्स और राज्य कर्मचारियों से इस हड़ताल में सक्रिय भागीदारी की अपील की।
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