● 15 से 31 मई तक देशव्यापी सफाई मजदूर अधिकार “सम्मान ” अभियान चलाने तथा इस बीच 4 श्रम कोड के खिलाफ 24 मई को देशभर में विरोध दिवस की घोषणा.
● सफाई मजदूरों में विभाजन, नफरत की साम्प्रदायिक राजनीति के खिलाफ सामाजिक सुरक्षा, बेहतर मजदूरी और मान-सम्मान के अधिकार के सवाल पर संघर्ष की बनी रणनीति.
● अगले दो दिनों तक 18-19 अप्रैल को ऐक्टू की अलग अलग बैठक रहेगी जारी।
● उड़ीसा, महाराष्ट्र, दिल्ली, छत्तीसगढ़, आंध्र, तामिलनाडू, कर्नाटक, बिहार,
बंगाल, सहित कई राज्यों से जुटे सफाई मजदूर नेता.
पटना (पब्लिक फोरम)। ऐक्टू से सम्बद्ध ऑल इंडिया म्युनिसिपल वर्कर्स फेडरेशन (एआईएमइडब्ल्यूएफ-AIMWF) के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की एक दिवसीय बैठक पटना के दारोगा राय पथ स्थित (हड़ताली मोड़ के निकट) ऐक्टू राज्य कार्यालय में सफाई मजदूरों को *पक्का काम-समान दाम, सामाजिक सुरक्षा और सम्मान के नारे पर 35 हजार न्यूनतम मासिक मजदूरी घोषित करने, समान काम का समान वेतन देने, *निजीकरण बन्द करने और संविदा-मानदेय, ठिका व दिहाड़ी मजदूरों को नियमित करने, आवास और पीएफ का अधिकार देने की मांग पर 15 से 31 मई तक देशव्यापी सफाई मजदूर अधिकार *सम्मान* अभियान संचालित करने तथा इस बीच मजदूरों की गुलामी के *4 श्रम कोड कानून को रद्द करने की मांग पर 24 मई को देशव्यापी विरोध दिवस मनाने के आह्वान के साथ संपन्न हो गया।*
बैठक में भाग लेने के लिए कर्नाटक, तामिलनाडू, आंध्रप्रदेश,
महाराष्ट्र, ओडिसा, छत्तीसगढ़, दिल्ली, बंगाल, बिहार-यूपी, झारखंड समेत अन्य कई राज्यों के महानगर पालिका,नगर निगम व निकायों से अनेकों सफाई मजदूर नेता एक दिन पहले ही पटना ऐक्टू कार्यालय पहुंच गए थे।
वहीं आज सुबह से फेडरेशन राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पुणे महानगर पालिका यूनियन महासचिव उदय भट्ट, फेडरेशन राष्ट्रीय महासचिव सह बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ महासचिव श्यामलाल प्रसाद की अध्यक्षता व संचालन में बैठक देर रात तक चली।सफाई मजदूरों में विभाजन, नफरत की साम्रदायिक भगवा राजनीति के खिलाफ सामाजिक सुरक्षा, बेहतर मजदूरी और मान-सम्मान के अधिकार के सवाल पर संघर्ष की रणनीति बनाई गई।
बैठक में विशेष रूप से ऐक्टू राष्ट्रीय अध्यक्ष वी.शंकर, राष्ट्रीय महासचिव राजीव डिमरी, ऐक्टू राष्ट्रीय सचिव क्लिफ्टन डी रेजारिओ, सुचेता डे, बृजेंद्र तिवारी, छतीसगढ़ सफाई मजदूर नेता भीमराव बागड़े, लक्ष्मी खोब्रागड़े, ममता यादव, रंजना भिमरे, चन्द्र किशोर प्रसाद, सन्तोष कुमार, विजय पासवान,
उदय किरण, शशिकांत मिश्रा, रणविजय कुमार, आरएन ठाकुर, जितेंद्र कुमार आदि नेताओं ने शिरकत किया।
ऐक्टू राष्ट्रीय अध्यक्ष वी.शंकर, राष्ट्रीय महासचिव राजीव डिमरी ने देशभर के विभिन्न नगर निगमों के सफाई मजदूर नेताओं को सम्बोधित किया। दोनों ऐक्टू नेताओं ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला, कहा कि सफाई मजदूरों की जिंदगी बदलने, बेहतर बनाने के लिए इन्हें पक्का काम, समान दाम, व मान- सम्मान देने से जुड़ी आर्थिक, सामाजिक तथा कानूनी अधिकार से सम्बंधित मुद्दे-मांगों पर बात सुनना भी गंवारा नहीं समझती। इन मुद्दों से मोदी सरकार ने खुद को अलग थलग कर लिया है और एक तरफ 8 घण्टा के बजाए 12 घण्टा कार्य दिवस आदेश व गुलामी के 4 श्रम कोड कानून थोप कर मजदूरों को गुलामी की ओर ढकेल रही है तो दूसरी तरफ सफाई मजदूरों में साम्प्रदायिक नफरत व विभाजन का राजनीतिक जहर घोल पूंजीपतियों, कम्पनियों और एजेंसियों को मालामाल करने की मुहिम में चलाने में लगी है। नेताओं ने कहा कि ऐक्टू और फेडरेशन सफाई मजदूरों के बीच कम्युनल विभाजन के खिलाफ समान काम समान- दाम की मांगों पर बड़ी एकता बनाने और अधिकारों की पूर्ति के लिए राजनीति के लिए देशव्यापी मुहिम चलाएगी।
आगामी 18-19 अप्रैल को ऐक्टू की अलग अलग बैठक रहेगी जारी
इस बीच ऐक्टू नेता रणविजय कुमार ने बताया कि आज संपन्न हुए ऑल इंडिया म्युनिसिपल वर्कर्स फेडरेशन की बैठक बाद राजधानी पटना में अगले दो दिनों तक 18 और 19 अप्रैल को ऐक्टू राज्य कार्यालय में ऐक्टू व इससे सम्बद्ध ट्रेड यूनियनों की अलग- अलग बैठकें जारी रहेगी। रणविजय ने बताया कि कल 18 अप्रैल को ऐक्टू बिहार से जुड़े विभिन्न ट्रेड यूनियनों के मजदूर विभाग की बैठक होगी वहीं 19 अप्रैल को ऐक्टू बिहार राज्य किमिटी की विस्तारित बैठक ऐक्टू राज्य कार्यालय में संपन्न होगी।
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