back to top
रविवार, दिसम्बर 22, 2024
होमभारत में आदिवासियों की जनगणना 'आदिवासी/TRIBE' कॉलम में ही होनी चाहिए

भारत में आदिवासियों की जनगणना ‘आदिवासी/TRIBE’ कॉलम में ही होनी चाहिए

जनगणना 2021, एक महत्वपूर्ण जानकारी

झारखंड राज्य के द्वारा भारत के सभी आदिवासियों को “सरना धर्म” कालम में शामिल करने की बात की गई है जो कि संपूर्ण भारत के आदिवासी समुदाय के लिए सही नहीं है। हम गुजरात राज्य के आदिवासी समुदाय के लोग जनगणना में सरना धर्म कॉलम के लिए बिल्कुल भी सहमत नहीं है।

यह कहना है गुजरात के वरिष्ठ आदिवासी लीडर अरुण कुमार चौधरी जी का जिन्होंने विस्तार पूर्वक आदिवासी समाज की सामुदायिकता, सामूहिकता सार्थकता और कांस्टीट्यूशनल रिकॉग्निशन व पहचान के सवालों को स्पष्ट करते हुए बताया है कि हम आदिवासी कबीलाई परंपरा से जुड़े हैं हम धर्म पूर्वी संस्कृति के प्रकृति की पूजा एवं प्रकृति के रक्षक आदिवासी हैं। हम चाहते हैं कि संपूर्ण भारत के आदिवासियों की जनगणना ‘आदिवासी/TRIBE‘ कॉलम में होनी चाहिए।

आदिवासियों के लिए संदेश

* हम भारत के मूल निवासी है। यह हमें हमेशा याद रखना होगा।

* जनगणना की शुरुआत सन 1871 से हुई। तब से लेकर 1941 तक जनगणना में भारत के सभी आदिवासियों की अलग अलग नाम से गिनती की जाती रही है।

हमारी मांग है कि जनगणना 2021 में हमारी जनगणना और पहचान आदिवासी/TRIBE नाम से ही होनी चाहिये।

* याद रहे कि हम सभी आदिवासी अलग-अलग कबीलाई समुदाय से हैं, लेकिन हम सब धर्म पूर्वी संस्कृति की प्रकृति के पूजक एवं प्रकृति के रक्षक हैं। हमारे आस्था के प्राकृतिक स्थानको/स्थान/स्थल भले ही अलग-अलग है पर हम सभी आदिवासी समुदाय के ही हैं।

* यह याद रहे कि हमें धर्म कोड नहीं चाहिए लेकिन जनगणना हेतु आदिवासी/TRIBE कॉलम चाहिए क्योंकि हम आदिवासी धर्म पूर्वी संस्कृति के हैं और किसी भी धर्म से जुड़े नहीं हैं। हम प्रकृति के पूजक हैं। इसलिए हमारी जनगणना आदिवासी/TRIBE नाम से ही होनी चाहिए।

अगर बिना सांप्रदायिकता के अथवा धर्मनिरपेक्ष भारत में जनगणना धर्म के आधार पर होती है तो 1 से 6 धर्म कॉलम के बाद 7 वां कॉलम में हमारी जनगणना, पहचान या गिनती आदिवासी/TRIBE नाम से हो।

* हम प्राकृतिक तत्वों की और अपने पुरखों की पूजा करते हैं। हम किसी माता-पिता से पैदा हुए मनुष्य को ईश्वर नहीं मानते और किसी मनुष्य से स्थापित किया गया धर्म संप्रदाय को नहीं मानते। हमें इस बात को गंभीरता पूर्वक समझने की जरूरत है।

भारत के आदिवासियों की सभी संगठनों और समितियों के पदाधिकारियों से पुरजोर अपील है कि यह निर्णय भारत के जनगणना कार्यालय को पत्र लिखकर तत्काल भेज दिया जाना चाहिए, व्यक्तिगत रूप से भी पत्र लिखा जा सकता है। हमारे पास अब ज्यादा वक्त नहीं है।

भारत जनगणना कार्यालय का पता

Office of The Registrar General and Census Commissioner, India

NDCC -II Bldg, Jai Singh Road

New Delhi – 110001 (INDIA)

E-mail: rgi.rgi@nic.in

प्रस्तुति: आदिनिवासी गण परिषद.

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments