अंतागढ (पब्लिक फोरम)। देशव्यापी दो दिवसीय हड़ताल के आव्हान के तहत आज जिले कांकेर, अंतागढ, भानुप्रतापपुर, बांदे में मजदूर किसानों ने धरना देकर, रैली निकालकर अपनी मांगो को बुलंद किया।
आज जारी एक वयान में राजमिस्त्री मजदूर रेजा कुली एकता यूनियन के राज्य उपाध्यक्ष तुलसी राणा ने बताया कि मोदी सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ श्रम कानून को संहिता मे बदलकर श्रमिकों के अधिकारों का हनन करने पर अमादा है। सरकार की नीतिया सार्वजनिक उद्योगों का निजीकरण करने का है जो देश की संप्रभुता को नष्ट कर देगी।
आज के बंद मे मुख्य रूप से मजदूरो का न्युनतम वेतन मासिक 26000 करने,आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को प्रति माह 7500 का आर्थिक मदद देने, श्रम संहिता वापस लेने, वनभूमि पर काबिजो को पट्टा देने, कार्पोरेट परस्त नीति या वापस लेना, बेरोजगारी को रोजगार देने, मजदूरो की हितकारी योजनाओं का लाभ देने, महंगाई पर रोक लगाने समर्थन मूल्य पर कानून बनाने,वनोपज की सरकारो खरीदी करने की मांग प्रमुख है।
आज के बंद मे मुख्य रूप से देवचंद भास्कर, नजीब कुरैशी, पुरुषोत्तम मरकाम, बासुदेव दास, बबलू देवांगन, अर्जुन सरकार, सोहन साहू, प्रशांत सोलंकी, नरेश साहू, अजीत बघेल, नोहर धनकर, धनराज सोरी, गायत्री ताराम, रेश लाल पटेल, बिशे लाल सिरदार, आशिक कंशल, विभन पटेल, प्रमेश नेताम, गणपति पटेल, बत्ती बाई, राधिका ध्रुव, रसीला पटेल, सुनीता सहारे, गौरी यादव, प्रेमबथी पटेल, दीप्ति पटेल, माधुरी पटेल, शीला यादव, सकिया यादव, बसंती यादव आदि सहित भारी संख्या मे मजदूर शामिल थे।
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