कोरबा (पब्लिक फोरम)। जिले के कोरबा जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम बेलाकछार में बिजली की चरमराती व्यवस्था ने ग्रामीणों का जीना मुहाल कर दिया है। आए दिन होने वाली घंटों की कटौती, बार-बार जलते ट्रांसफार्मर और दशकों पुराने जर्जर तारों के कारण यहाँ के निवासी भीषण गर्मी और पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। इस गंभीर समस्या ने न केवल दैनिक जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है, बल्कि छात्रों की पढ़ाई पर भी गहरा असर डाला है।
जर्जर व्यवस्था और हादसों का डर
बेलाकछार के ग्रामीणों के अनुसार, बिजली विभाग की उदासीनता के कारण गांव की बिजली व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। सालों पुराने तार इतने कमजोर हो गए हैं कि वे आए दिन टूटकर गिरते रहते हैं, जिससे बिजली तो गुल होती ही है, साथ ही मवेशियों के चपेट में आने से जान का खतरा भी बना रहता है। कई बार ट्रांसफार्मर अधिक भार के कारण जल चुके हैं, लेकिन विभाग द्वारा उनकी समय पर मरम्मत या उन्हें बदलने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई जाती।
प्रशासन और सरकार तक गुहार, फिर भी नतीजा सिफर
अपनी समस्याओं को लेकर ग्रामीण कई बार एकजुट होकर जिला कलेक्ट्रेट के जनदर्शन कार्यक्रम में गुहार लगा चुके हैं। उन्होंने न केवल नए ट्रांसफार्मर की मांग की, बल्कि दर्री स्थित सबस्टेशन की व्यवस्था सुधारने के लिए ज्ञापन भी सौंपा। हद तो तब हो गई जब ग्रामीणों ने अपनी पीड़ा लेकर सीधे मुख्यमंत्री से मुलाकात की, लेकिन आश्वासन के सिवा कुछ हाथ नहीं लगा।

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए छत्तीसगढ़ शासन के कैबिनेट मंत्री लखनलाल देवांगन ने भी बिजली विभाग को पत्र लिखकर तत्काल आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। लेकिन दुर्भाग्यवश, मंत्री के निर्देशों के बावजूद जमीनी हकीकत जस की तस बनी हुई है।
अधिकारी का आश्वासन, “जल्द होगा सुधार”
इस पूरे मामले पर जब दर्री सबस्टेशन के कनिष्ठ अभियंता (जेई) श्री कंवर से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि शिकायतों पर लगातार कार्य किया जा रहा है। उन्होंने स्वीकार किया कि देवांगन बाड़ी के ट्रांसफार्मर पर भार अधिक है। उन्होंने आश्वासन दिया, “जल्द ही क्षेत्र के पुराने बिजली के तारों को बदलकर नए केबल बिछाए जाएंगे, जिससे व्यवस्था दुरुस्त हो जाएगी और ग्रामीणों को इस समस्या से राहत मिलेगी।”
अब देखना यह होगा कि यह आश्वासन कब हकीकत में बदलता है और बेलाकछार के ग्रामीणों को बिजली की इस विकराल समस्या से कब निजात मिलती है।
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