छत्तीसगढ़ : खनिज संपदा से समृद्ध व धान का कटोरा छत्तीसगढ़ का औद्योगिक जिला (क्रमांक 12) कोरबा धान के उत्पादन में भी अपना अहम भूमिका निभाता है। एक हेक्टेयर में 30 से 35 क्विंटल तक धान का उत्पादन होता है। इस हिसाब से जिले में हर साल लगभग 3500000 क्विंटल धान का पैदावार होता है। जिले में पंजीकृत किसानों की संख्या लगभग एक लाख 25 हजार है।
जिले में धान बिक्री के लिए अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं और जिले के हजारों किसान अभी भी अपना धान नहीं बेच पाये हैं.
धान खरीदी के मामले में व्यापक अनियमितताओं पर अंकुश लगाते हुए इस संपूर्ण व्यवस्था पर तत्काल सुधार करने के संबंध में छत्तीसगढ़ किसान संगठन ने गत माह प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर किसानों की बिगड़ती स्थिति पर ध्यान आकर्षित कराया था। प्रमुख रूप से जिले के धान उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी के साथ-साथ कृषि रकबा भूमि की ऑनलाइन पंजीयन में व्याप्त भारी गड़बड़ियों के चलते किसानों को अपना धान बेचने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जिले के किसानों को कृषि रकबा के आधार पर लिए गए अपने ऋण को चुकाने में भी भारी आर्थिक तंगी हालात से जूझना पड़ रहा है।
Recent Comments