शनिवार, जुलाई 27, 2024
होमUncategorisedवेदांता में 9 करोड़ रुपए का घोटाला, डिप्टी मैनेजर मोहंती गिरफ्तार

वेदांता में 9 करोड़ रुपए का घोटाला, डिप्टी मैनेजर मोहंती गिरफ्तार

वेदांता अधिग्रहित भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड बालको में 9 करोड रुपए की घोटाले की बात सामने आई है इस मामले में पुलिस ने डिप्टी मैनेजर रुद्र मोहंती को गिरफ्तार कर लिया है मोहंती पर आरोप है कि उन्होंने विगत 4 वर्षों में पांच, दस और पंद्रह लाख की खेप में कुल 9 करोड रुपए की हेराफेरी किया है।

छत्तीसगढ़ : कोरबा जिले में स्थित वेदांता समूह की भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड बालको में 9 करोड़ रुपए की घोटाले की खबर प्रकाश में आया है। घोटाले का आरोप बालको के डिप्टी मैनेजर रुद्र मोहंती पर लगा है।

प्रबंधन का कथन है कि वह इस खुलासे के बाद से सकते में है। प्रबंधन की ओर से इसकी शिकायत पुलिस में कर दी गई है। पुलिस ने मोहंती को गिरफ्तार करके न्यायालय में पेश कर तीन दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है।

संबंधियों के खाते में ट्रांसफर किए गए पैसे

रूद्र मोहंती बालको के वित्त विभाग में डिप्टी मैनेजर के पद पर पदस्थ हैं। मोहंती पर आरोप है कि उन्होंने पिछले 4 सालों में पांच, दस और पंद्रह लाख की खेप में कुल 9 करोड रुपए की हेराफेरी की है। इन पैसों को उन्होंने अपने संबंधियों व परिचितों के खाते में ट्रांसफर किए हैं। इसके अलावा बड़ी रकम शेयर मार्केट में भी उन्होंने निवेश किया है।

ऐसे हुआ खुलासा

इस तरह का घोटाला आखिर कार कम्पनी में कैसे हुआ? इसकी विस्तृत जानकारी फिलहाल नहीं मिल पाई है। बालको की ओर से सुरक्षा और नगर प्रशासन प्रमुख अवतार सिंह ने इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई है। पुलिस ने रुद्र मोहंती के खिलाफ धारा 408 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आमतौर पर वेदांता प्रबंधन इस तरह के मामले आपस में सुलझा लेता है लेकिन लेकिन यह मामला काफी पेचीदा है। बताया जा रहा है कि वेदांता प्रबंधन के अधिकारियों को भी समझ में नहीं आ रहा यह घोटाला कैसे हुआ? फिलहाल यह मामला पुलिस तक पहुंच चुका है। तीन दिन पहले ही इसकी शिकायत प्रबंधन की ओर से थाने में दर्ज कराई गई है पुलिस ने भी इस मामले को अब तक सार्वजनिक नहीं किया है।

संबंधियों के खाते में पैसा जमा करने पर मामला हुआ उजागर

कोरबा एस पी अभिषेक मीणा ने बताया है कि डिप्टी मैनेजर रूद्र मोहंती लंबे समय से बालको में कार्य कर रहा है। इसी दौरान उसने अपने रिश्तेदारों के खाते में 15 से ₹20 लाख तक की रकम को नियमित अंतराल पर जमा किया है। इस तरह 4 साल के भीतर 9 करोड़ के आसपास उसने गबन कर लिया है हालांकि अभी जांच जारी है और जांच के बाद ही पुख्ता तौर पर कुछ कहा जा सकता है।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments