शनिवार, जुलाई 27, 2024
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यह किसका लोकतंत्र है?

क्या यही है जनता का लोकतंत्र है? जहां बालू उठाव का विरोध करने पर बिहार के गया जिला में बिहार पुलिस के द्वारा जिस तरह से मेहनतकश जनता को पीछे हाथ व पांव को बांधकर बैठाया गया है, बच्चे तक को बांधकर बैठाया गया है, यह शर्मनाक ही नहीं भयावह भी है। यह घटना 15 फ़रवरी की है। यह जनता का लोकतंत्र तो नही हो सकता जँहा किसी भी चीज का विरोध करने पर जानवरो से बदतर सलूक किया जाता है। शासक वर्ग के विरोध मे कुछ भी बोल देने पर यु ए पी ए जैसा काला कानून लगाकर जेल मे ठूंस दिया जाता है।

इस लोकतंत्र की हिमायती करने वाले बतायें कि मेहनतकाश जनता के साथ ऐसा सलूक क्यों? क्या लोकतंत्र मे आवाज उठाना/नितियों पर सवाल उठाना जुर्म है क्या?

साथियों यह भी लोकतंत्र कि….

मुस्लिम साथ दे, तो हम BJP को हरा देगें!
मायावती; (यह कथन लोकतंत्र है!)

मुसलमान और यादव को एकजुट होकर अपनी ताकत दिखानी चाहिए!
लालू प्रसाद यादव; (यह कथन भी लोकतंत्र है!)

मुस्लिम और दलितो को एक हो जाना चाहिए!
केजरीवाल; (यह भी लोकतंत्र है!)

हिंदू हिंदू बन जाओ और सिर्फ BJP को वोट दो नहि तो यह मुस्लिम रास्ट्र हो जाएगा
शछि महाराज; (यह भी लोकतंत्र हैं!)

मुस्लिमों को वापस पाकिस्तान भेज भेज देना चाहिये क्योंकि हम हिन्दुओ के ठेकेदार हैं
गिरिराज सिंह; (यह भी लोकतंत्र हैं!)

मुसलमान और यादव हमारी ताकत है!
मुलायम सिंह; (यह भी लोकतंत्र है!)

मुसलमान मेरे दिल मे है! मुसलमान मेरा भाई है ! इसलाम मेरी रूह है!
ओबैसी; (यह भी लोकतंत्र है!)

मुसलमान और दलित इस देश की आत्मा मे बसे है!
राहुल गांधी; (यह भी लोकतंत्र है!)

हिंदू एकजुट हो जाय वरना मुस्लिम राष्ट्र हो जाएगा
BJP नेता; (यह भी लोकतंत्र है)

सिख और मुस्लिम उनको जवाब दे!
संजय सिंह; (यह भी लोकतंत्र है!)

ईसाईयो को यह जान लेना चाहिए, कि अब तक उनके साथ सिर्फ धोखा हुआ है!
केजरीवाल; (गोवा मे-यह भी लोकतंत्र है!)

मुसलमानो को मिलकर इनकी (हिदुओं की) औकात दिखा देनी चाहिए!
छोटा ओबैसी (यह भी लोकतंत्र है!)

मुसलमान हमारी पार्टी की नींव है, हम इसे कैसे अलग कर सकते है! मुसलमान ही तो हमारी ताकत है! आजम खान; (यह भी लोकतंत्र है!)

एक सांसद भगवा कपड़े पहनकर दूसरे धर्म के लोगों को नसीहत देता है कि लड़कियों को हिजाब नही पहनना चाहिए! प्रज्ञा ठाकुर; (यह भी लोकतंत्र है!)

पर भारत मे अगर कोई वंचित वर्गों जो जातियाँ आज भी हाशिये पर है की बात कर दे, तो वो जातिवादी है !!! जातिगत तनाव फैला रहा है,, आपस मे हिंदू को तोड़ना चाहता है,,,आपस मे मुस्लिम को तोड़ना चाहता है आदि आदि !!

वर्तमान परिस्थिति मे हमारे देश मे वंचित वर्गों की बात करना जातिवादी कहलाता है! बाकी कोई कूछ भी बोल दे, सब लोकतंत्र है! गजब का लोकतंत्र है!

इन पूंजीवादी लोकतंत्र के समर्थकों को उत्तर कोरिया और चीन की तनाशाही दिखती है पर इस देश मे हो रहा तनाशाही नही दिखती है, भाई गजब के लोग हैँ और गजब का लोकतंत्र है. -पवन कुमार वर्मा

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